मन महके आज मेरा
आज वोह बात हो गयी
पथ बन पाऊं औरों का
शुरुआत हो गयी
हवा बहने को बह रही थी
खुशगवार न थी खुद को
देने को जीवन किसी को
किसी की सांस हो गयी
छोट्टा हुआ है पैसा
छोटी हर आस हो गयी
सागर तो था पहले भी
बूंदों की प्यास हो गयी
उपवन भी है वही
पतझड़ कहाँ गयी
खड़े ठूंठ के खिलने की
अब आस हो गयी
मन रोने को कह रहा
कहीं खोने को कर रहा
"ह्रदय" बहते हुए भावों की
अश्रु धार हो गयी
आज वोह बात हो गयी
पथ बन पाऊं औरों का
शुरुआत हो गयी
हवा बहने को बह रही थी
खुशगवार न थी खुद को
देने को जीवन किसी को
किसी की सांस हो गयी
छोट्टा हुआ है पैसा
छोटी हर आस हो गयी
सागर तो था पहले भी
बूंदों की प्यास हो गयी
उपवन भी है वही
पतझड़ कहाँ गयी
खड़े ठूंठ के खिलने की
अब आस हो गयी
मन रोने को कह रहा
कहीं खोने को कर रहा
"ह्रदय" बहते हुए भावों की
अश्रु धार हो गयी
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