जीवन के हर कदम पर तेरे
परमार्थ तेरे साथ चले
"ह्रदय" हाथ उठे तो देने को
संग जीवन मै अपनों का साथ चले
खुशियों से रहे नाम नयन तेरे
उफानों मै नैया चलती चले
जीवन मै उंचाइयां कम ना हों
प्रभु कृपा की हवा"ह्रदय" चलती चले
भाव हों कोमल, दिल हो नरम
क्षमा तो सबको करते चले
मिटटी का मानुष, मानुष में मालिक
"ह्रदय" तेरे कर्मों में भाव यह मिलता चले
परमार्थ तेरे साथ चले
"ह्रदय" हाथ उठे तो देने को
संग जीवन मै अपनों का साथ चले
खुशियों से रहे नाम नयन तेरे
उफानों मै नैया चलती चले
जीवन मै उंचाइयां कम ना हों
प्रभु कृपा की हवा"ह्रदय" चलती चले
भाव हों कोमल, दिल हो नरम
क्षमा तो सबको करते चले
मिटटी का मानुष, मानुष में मालिक
"ह्रदय" तेरे कर्मों में भाव यह मिलता चले
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