इक मकसद जीवन में रखकर, जीवन को इक मकसद कर कर नवनीत जीवन इक जीना है हर आंसू को मोती कर कर, आंखों में सपना भर कर जीवन को आशा करना है मन में भावों को भर कर, भावों को सुमन कर कर उपवन जीवन को करना है बूंदों से तृप्ति कर कर, मेघों में खुशियाँ भर कर "ह्रदय" जीवन को सरिता करना है
No comments:
Post a Comment