कुछ पल आपके संग,
 बिताने की कोशिश में हूँ 
भाव अपने मन के, पहुँचाने की कोशिश में हूँ
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
ये बन गए हैं शब्द
 जो कुछ एक पल में 
भाव ये जीवन भर के, बताने की कोशिश में हूँ 
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
न रिश्तों की है समझ  मुझको 
न व्यवहार की तर्ज़ है 
अश्रु और मुस्कान को, मिलाने की कोशिश में हूँ  
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
न जानता हूँ रीत कोई, 
न रिवाजों की परवाह मुझे 
सरल हैं मन के भाव जो, सरिता बनाने की कोशिश में हूँ 
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
हर बीतता हुआ पल,
ज़िन्दगी बन जाने को है 
इस बनती हुई ज़िन्दगी में, आने की कोशिश में हूँ 
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
इस पल में हो रहा इक, 
यह जीवन मेरा तुम्हारा 
इस एकीकरण के गर्व का, जश्न मनाने की कोशिश में हूँ 
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
न एकीकरण में जुर्रत,
बराबरी की कोई मेरी 
गिरती हुई बूंद को, सागर बनाने की कोशिश में हूँ 
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
'हृदय' तस्वीर जो स्नेह, आभार और आदर की 
संजो रखी है अंतर में 
इन्द्रधनुष सी उस छवि को, दिखने की कोशिश में हूँ 
कुछ पल आपके संग, बिताने की कोशिश में हूँ 
 
 
